औरंगाबाद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 11 फरवरी को सदर अस्पताल में बने मॉडल अस्पताल का उद्घाटन तो कर दिया गया। लेकिन उद्घाटन के 12 दिन हो गए और यह मॉडल अस्पताल का नया भवन अभी भी बंद है। यानी कि 23 फरवरी की शाम पांच बजे तक इस भवन के मुख्य द्वार पर ताले लटके हुए मिले। इस भवन को पूरी तरह से हाईटेक बनाया गया है और यह जानकारी दी गई थी कि इस 9 मंजिले भवन में हर प्रकार की जांच और सामान्य ओपीडी होगा और मरीजों को काफी लाभ पहुंचेगा।

मगर मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए अस्पताल के उद्घाटन के बाद भी मरीजों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।यानी कि अधूरे कार्य को भी पूरा बताकर उसका उद्घाटन कर दिया गया। इस तरह बैठे बिताए विपक्ष को राजनीति का मौका दे दिया गया। इतना ही नहीं 9 मंजिले इस भवन के साथ-साथ अन्य नवनिर्मित भवनों में भी ताले लटक रहे हैं।

जब अस्पताल के नए भवन की पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि यहां व्यवस्थाओं का घोर अभाव है। ऊंची बिल्डिंग में अभी तक लिफ्ट की सुविधा बहाल नहीं हो सकी है और निर्माण कंपनी ने इसे अभी तक हैंडोवर भी नहीं किया है। हालांकि सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने अस्पताल के चालू नहीं होने के पीछे की वजह बताई है और कहा कि अभी फिलहाल कुछ विभागों को शीघ्र ही इसमें शिफ्ट किया जाएगा। जिसके लिए चिट्ठी निकाल दी गई है।